Header Ads Widget

Ticker

6/recent/ticker-posts

कुत्ते की याद में टैटू बनवाया परिवार ने की पूजा पाठ

पालतू कुत्ते की इंसानों की तरह विदाई

Emotional Farewell Pet Dog ,Bhagalpur ,Family Dog ,Pet Ceremony ,Dog Memorial ,Pet Tattoo ,Ratnesh Kumar ,Tamanna ,Fushi the Dog

शब्‍दघोष,भागलपुर, 01 जून : इंसान और जानवर का रिश्ता युगों पुराना है और इसकी बानगी भागलपुर के मोहद्दीनगर में देखने को मिली। रत्नेश कुमार और उनकी पुत्री तमन्ना ने अपने पालतू कुत्ते फुशी की मौत के बाद उसे इंसानों की तरह सम्मानपूर्वक अंतिम विदाई दी। इसके अलावा, उसके आत्मा की शांति के लिए विधि-विधान से पूजा भी कराई।

रत्नेश कुमार ने बताया कि फुशी उनके परिवार का अहम हिस्सा था और उसकी वफादारी बेमिसाल थी। फुशी की मौत से उनके घर में मातम छा गया और पूरा परिवार गहरे सदमे में है। रत्नेश का कहना है कि अब उन्हें सड़क पर घूमते आवारा कुत्तों से भी गहरा लगाव हो गया है। जब भी वे घर से निकलते हैं, तो 20-25 कुत्तों का झुंड उनके पीछे चलता है। रत्नेश सभी कुत्तों को बिस्कुट खिलाते हैं और कई बार अपने घर भी ले आते हैं। तमन्ना ने कहा, "मैं फुशी से बहुत प्यार करती थी और हर साल उसके जन्मदिन पर घर आती थी। हम बड़े-बड़े होटलों में फुशी का जन्मदिन मनाते थे। अब फुशी की जगह कोई दूसरा नहीं ले सकता।"

रत्नेश की पुत्री तमन्ना, जो हरियाणा के सोनीपत में एक फैशन डिजाइनर हैं, फुशी से बेहद लगाव रखती थीं। फुशी की मौत के बाद, तमन्ना ने अपने हाथ पर फुशी की तस्वीर का टैटू बनवाया। तमन्ना ने बताया कि फुशी बीमारी के कारण दुनिया से चला गया। जब उन्हें पिता से पता चला कि फुशी की तबीयत बहुत बिगड़ गई है, तो वे आनन-फानन में हरियाणा से भागलपुर पहुंचीं। बेहतर इलाज के लिए फुशी को ट्रेन से पटना ले जाया गया, लेकिन तमाम कोशिशों और खर्च के बावजूद फुशी को बचाया नहीं जा सका। 

भागलपुर के मोहद्दीनगर में रत्नेश और तमन्ना का यह अनूठा कदम इंसान और जानवर के बीच के अटूट रिश्ते की एक नई मिसाल पेश करता है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि जानवर भी हमारे जीवन का अहम हिस्सा होते हैं और उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में बसती हैं।



#Bhagalpur #PetLove #DogFarewell #EmotionalBond #PetTattoo #FamilyLove #AnimalCompassion #PetCeremony

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ