प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह किसानों की एकता और जागरूकता की जीत है। उन्होंने कहा किसान भाइयों को बधाई देते हैं हुए कहा कि आपने एकजुट होकर आवाज़ उठाई और सरकार को निर्णय लेने पर मजबूर कर दिया।
श्री पटवारी ने कहा कि यह वही मुख्यमंत्री मोहन यादव हैं जिन्होंने कुछ दिन पहले तक मूंग को 'जहर' करार दिया था, और यहां तक कि किसान संघ के नेता को भी मूंग खरीदी से मना कर दिया था, यह कहकर कि राज्य सरकार की ऐसी कोई स्थिति नहीं है। लेकिन जब पूरे प्रदेश के किसान एक स्वर में उठ खड़े हुए, आवाज़ लगाई, धरातल पर आंदोलन की चेतावनी दी — तब जाकर सरकार को नींद खुली और पहली बार 19 महीने में मुख्यमंत्री मोहन यादव जी संवेदनशील व्यक्ति दिखे ।
"हम मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते हैं कि देर से ही सही, उन्होंने किसानों की पीड़ा को समझा। लेकिन यह धन्यवाद केवल किसानों की ताकत के कारण है, न कि सरकार के कारण। श्री पटवारी ने आगे कहा कि किसानों की यह लड़ाई अभी अधूरी है।
"क्या हुआ 2700 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं के दाम का वादा? क्या हुआ 6000 रुपये सोयाबीन के दाम का? क्या हुआ धान की ₹3100 प्रति क्विंटल दर का? ये सभी वादे अब भी अधूरे हैं और हम हर उस धोखे के खिलाफ खड़े हैं जो किसान के साथ हुआ है।" उन्होंने स्पष्ट किया कि वह स्वयं किसान पुत्र हैं और जब फसल की कीमत बढ़ती है तो उन्हें भी उतनी ही खुशी होती है जितनी एक किसान को।
"मैं ऐसा नेता नहीं हूं जो महंगाई के नाम पर राजनीति करे, बल्कि मैं वह जनप्रतिनिधि हूं जो किसानों के लिए हर मंच पर संघर्ष करेगा।"
श्री पटवारी ने अंत में कहा कि आने वाले समय में कांग्रेस किसानों के हर अधिकार के लिए मैदान में रहेगी और इस सरकार को हर मोर्चे पर जवाबदेह बनाएगी।
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