भोपाल, शब्दघोष। मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेज महाघोटाला सूर्खियों में है। घोटाले में एक के बाद एक परतें उजागर हो रही हैं । कुछ दिन पहले तत्कालीन रजिस्ट्रार सुनिता शिजू पर कार्यवाही करते हुए उनकी सेवा समाप्त कर दी गई थी। वहीं अब एक और तत्कालीन रजिस्ट्रार चंद्रकला दिवगैया की सेवा समाप्ति की कार्यवाही की गई ।
एनएसयूआई नेता रवि परमार ने कहा कि तत्कालीन रजिस्ट्रार चंद्रकला दिवगैया के कार्यकाल में ही मध्यप्रदेश में 219 नये नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गई थी जो कि फर्जी नर्सिंग कालेज थे। जिसको लेकर हम लगातार शिकायत कर रहें थे। लेकिन तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री और अधिकारियों द्वारा उनको संरक्षण दिया जा रहा था । परमार ने बताया कि चंद्रकला दिवगैया का कार्यकाल सितंबर 2020 से सितंबर 2021 तक रहा। उन्होंने 6 मई 2021 को 667 नर्सिंग कालेजों की मान्यता की सूची जारी की थी, जिसमें 219 नये नर्सिंग कॉलेज थे। दिवगैया के कार्यकाल में मान्यता के साथ साथ कई अनियमिताएं हुए थीं । रवि परमार ने कहा कि सरकार तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आयुक्त एवं नर्सिंग घोटाले में मुख्य भूमिका निभाने वाले मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति अशोक खंडेलवाल रजिस्ट्रार पुष्पराज बघेल पर कार्यवाही कब करेंगी ?
#nursing college #Bhopal #MP #Madhya Pradesh #nsui #medical #education #nursing scam #medical education #registrar
0 टिप्पणियाँ