भोपाल सहित पांच जिलों में 20 हजार शिकायतें लंबित
शब्दघोष,भोपाल, 7 मार्च 2024:मध्य प्रदेश में सरकार द्वारा शुरू की गई सीएम हेल्पलाइन की स्थिति में बड़ी चुनौती के बावजूद, लोगों की समस्याओं के समाधान की दिशा में बड़ी कठिनाईयों का सामना कर रही है। सात साल से अधिक का समय बिता होने के बावजूद, प्रदेश के 5.44 लाख लोगों को लंबे समय से शिकायतों के निराकरण का इंतजार है।
सीएम हेल्पलाइन 181 की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, क्योंकि प्रदेश के 55 जिलों में लोगों की शिकायतों का समाधान होने में देरी हो रही है। यह विकृति इसलिए है क्योंकि विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा सुनवाई नहीं की गई शिकायतों को भी सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज किया गया है, लेकिन उनका समाधान नहीं हो पा रहा है।
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लंबे समय तक अटकी शिकायतें प्रदेश के गृह, ऊर्जा, राजस्व, नगरीय प्रशासन और अन्य विभागों में लगभग तीन लाख से ज्यादा शिकायतें हैं, जिनका समाधान तीन महीने से अधिक समय से लंबित है। इनमें से कई शिकायतें ऐसी हैं जिनको अधिकारियों ने बिना निराकरण किए ही बंद कर दिया है, लेकिन शिकायतकर्ता ने असंतुष्ट होकर फिर से दर्ज कराई हैं।
भोपाल सहित पांच जिलों में अधिक से अधिक शिकायतें लंबित हैं, जिनमें ग्वालियर, इंदौर, शिवपुरी, मुरैना और भोपाल शामिल हैं। इन जिलों में सवा तीन लाख लोगों का इंतजार है, जो सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज की गई शिकायतों का समाधान करने के लिए बड़ी संख्या में अधिकारी तैयार करने की आवश्यकता है।प्रदेश के नागरिकों के साथी और सशक्तिकरण का माध्यम, सीएम हेल्पलाइन, की स्थिति में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि वे अपनी समस्याओं का समाधान तेजी से प्राप्त कर सकें और शिकायतें जल्दी से निराकरण हो सकें।
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